
यमुनानगर, 14 जनवरी। अम्बाला- सहारनपुर लोकल पैसेंजर ट्रेनों के मुस्तफाबाद रेल्वे स्टेशन पर ठहराव ना होने की परेशानी के चलते शुक्रवार दोपहर को महिलाओं सहित सैकड़ों ग्राम वासियों ने गांव ऊंचा चंदना पर ट्रेक पर बैठकर अम्बाला-दिल्ली, अम्बाला- मुरादाबाद रूट को जाम कर दिया। जिससे इस तरफ की आने जाने वाली गाड़ियों को लेकर यात्रियों को बडी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसकी खबर के सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों व रेल्वे पुलिस बल में हड़कंप मच गया। अंबाला से उच्च अधिकारी भी घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों को समझाने का प्रयास जारी है। लेकिन ट्रैक पर बैठे महिला व पुरुष ग्रामवासियों का कहना है कि कोरोना काल के बाद से जब सभी गाड़ियां नियमित रूप से चलाई जा रही है और जहां तक लोकल पैसेंजर ट्रेनों का भी सवाल है वें भी चलाई जा रही है और हर स्टेशन पर तो उन ट्रेनों का ठहराव हो रहा है। लेकिन मुस्तफाबाद रेल्वे स्टेशन पर इन लोकल पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव नहीं किया जा रहा।
भाकियू चढूनी संगठन के जिला प्रधान संजू गुंदियाना का कहना है कि जबकि लगातार इस समस्या के समाधान के लिए अंबाला रेल मंडल प्रबंधक से चार से अधिक बार बैठकें हुई है और हर बार 15 दिन का आश्वासन देकर वापिस लौटा दिया गया है। जिसके रूप आज भी अम्बाला रेल मंडल प्रबंधक द्वारा एक हफ्ते का समय मांगा जा रहा है । उन्होंने कहा कि हम लोकल ट्रेन का ठहराव मांग रहें ना कि नई ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं । हमारी मांग है कि इन लोकल पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव के आदेश जारी किए जाए। जबकि अब भी रेल प्रशासन हफ्ते का समय मांग रहा है। खबर लिखे जाने तक ग्रामीण अभी ट्रैक पर ही बैठे हुए हैं और बातचीत जारी है ।