
चंडीगढ़/जालन्धर 9 मार्च
कहते है बच्चे भगवान की देन होते हैं । कई बार वक्त ऐसी करवट बदल लेता है कि इन मासूम बच्चों के सर से माँ बाप का साया नही रहता और उन्हें अनाथ बन कर अपना जीवन जीना पड़ता है । भारत देश मे छोटी लड़कियों को कंजक के रूप में पुजा जाता रहा है मगर देश मे कई ऐसी बच्चियां भी है जिनके ऊपर भी माँ बाप का साया नही होता जिनको भी अनाथ रह कर अपने जीवन को जीना पड़ता है । ऐसी अनाथ बच्चियों के लिये जालन्धर में सरस्वती सिंधु नियास नामक संस्था उनको अपनी शरण में ले उनका देखभाल करती हैं । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आल इंडिया आर्टिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की संस्थापक व निदेशिका आरती राजपूत ने इन बच्चियों के बीच जाकर उनकी प्रतिभा को निहारने के लिये उनके साथ गुजारा ।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बच्चे फूल की तरह कोमल होते हैं । ऐसे में जब इनके ऊप्पर माता पिता का साया ना हो तो इनके दर्द को समझना मुश्किल हो जाता है । ऐसे बच्चों को सदृढ व आत्मनिर्भर बनाने के लिये आईवा उनमे छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर उनका साथ देगा ।
इस अवसर पर उन्होंने इन बच्चियों को आईवा की तरफ से सर्टिफिकेट व खाने पीने की सामग्री देकर उनसे बातचीत की ।
इस अवसर पर उनके साथ नीरू जैरथ , श्रेषता महाजन , यश शर्मा ,कमलजीत कोर ,राकेश महाजन आदि लोग भी साथ थे ।